जिले के कोइलवर नगर पंचायत के वार्ड 14 में रहने वाले लोगों को काफी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। वार्ड के लोगो को पानी के साथ-साथ शौचालय की सुविधा भी नहीं मिल रही है। यहाँ की खुद पार्षद ही खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। हालांकि कुछ महीने पहले वार्ड 14 में स्वच्छ भारत मिशन के तहत कुल 7 चलंत शौचालय लगाए गए थे। 5 साल पहले जलापूर्ति के लिए समर्सिबल और पाइपलाइन बिछाने का काम किया गया था। साथ ही वाटर टावर का निर्माण भी कराया गया था लेकिन आज 5 साल बीतने के बाद भी वार्ड के लोगों को पानी की एक बूंद नसीब नहीं हो पाई है।हालत यह है कि मोहल्ले के कोने पर लगे एक चापाकल से पूरे कॉलोनी के लोग पानी पीने को विवश हैं। जिनमे खुद वार्ड की पार्षद का परिवार भी शामिल है। स्थानीय वार्ड पार्षद कहती हैं कार्यपालक से लेकर चेयरमैन तक गुहार लगाकर थक चुकी हूं लेकिन किसी ने मेरे वार्ड पर ध्यान नही दिया।तकरीबन 45 लाख रुपये खर्च कर वार्ड में चलंत शौचालय लगाए गए थे लेकिन पानी की अनुपलब्धता की वजह से ये चलंत शौचालय जहां-तहां पड़े बेकार खड़ी हैं। मजबूरन लोगों को खेतों में शौच के लिए जाना पड़ता है या फिर दरवाजे के बाहर बोरे का टाट बनाकर उसमें शौच के लिए जाते हैं। नगर पंचायत के इन सौतेले व्यवहार से वार्ड के लोगो मे काफी आक्रोश है।